Bharat ki Sabse Lambi Nadi Kaun si Hai | Which River is Longest River in India in Hindi | India Ki Sabse Lambi Nadi | भारत की सबसे बड़ी नदी
दोस्तों, क्या आप जानते है भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है? नहीं जानते तो इस पोस्ट मे हम Bharat Ki Sabse Lambi Nadi के बारे मे बताने वाले है। इसके पहले हमने दुनिया के सबसे लंबी नदी कौन सी है? के बारे मे बताया था। अगर अपने वो पोस्ट नहीं पढ़ा है, तो हम उसका लिंक दे देते है।
दोस्तों, भारत देश प्राचीन समय से ही है। अपने पुराणों और ग्रंथों या इतिहास के माध्यम से पढ़ा ही होगा। भारत मे अनेकों सभ्यता ने जन्म लिया और आज तकनीकी के दौर मे भारत जी रहा है। अपने इतिहास मे ये जरूर पढ़ा होगा कि, जितनी भी सभ्यताएं भारत मे जन्मी वो सभी नदी के किनारे पर ही जन्मी।
भारत नदियों के भूमि के रूप मे दुनिया भर मे प्रसिद्ध है, क्योंकि देश भर मे कई नदियां बहती है। भारत नदियों की भूमि है और ये शक्तिशाली जल निकाय से देश के आर्थिक विकास मे बहुत बड़ी भूमिका निभाते है।
भारत मे नदियों को दो भागों मे विभाजित किया गया है। हिमालयी नदियां (हिमालय से निकलने वाली नदियाँ) और प्रायद्वीपीय नदियां (प्रायद्वीपीय भागों से उत्पन्न होने वाली नदियां)। हिमालयी नदियां बारहमासी है जबकि प्रायद्वीपीय नदियां वर्षा पर निर्भर करती है। हम भारत के 10 सबसे लंबी नदियों की सूची को बताने वाले है।
भारत की सबसे पवित्र नदी ‘गंगा नदी’ है। भारत की सबसे लंबी नदी ‘गंगा नदी’ को कहा जाता है। क्योंकि गंगा नदी की लंबाई कई ज्यादा भारत मे रहती है भारत से उद्गम होकर भारत मे ही समाप्त हो जाती है। गंगा नदी सिर्फ भारत मे ही ज्यादा बहती है इसलिए गंगा भारत की सबसे लंबी नदी है।
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भारत की सबसे लंबी नदी कौन नदी है? Bharat Ki Sabse Lambi Nadi Kaun Si Hai
सूची संख्या | नदियों का नाम | उद्गम स्थल | अंतिम स्थल | नदियों की लंबाई (किमी) |
---|---|---|---|---|
1. | गंगा नदी (Ganges River) | गंगोत्री, उत्तराखंड | बंगाल की खाड़ी | 2525 |
2. | गोदावरी नदी (Godavari River) | ब्रह्मगिरी पर्वत, महाराष्ट्र | बंगाल की खाड़ी | 1465 |
3 | कृष्णा नदी (Krishna River) | महबलेश्वर, महाराष्ट्र | बंगाल की खाड़ी | 1400 |
4. | यमुना नदी (Yamuna River) | उत्तरकाशी, उत्तराखंड | प्रयागराज, उत्तर प्रदेश (गंगा त्रिवेणी संगम) | 1376 |
5. | नर्मदा नदी (Narmada River) | विंध्याचल पर्वत, मध्य प्रदेश | खंभात कि खाड़ी | 1312 |
6. | सिंधु नदी (Sindhu River) | मानसरोवर झील, तिब्बत | अरब सागर | भारत मे लंबाई 1114 (कुल लंबाई 3180 किमी) |
7. | ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmputra River) | मानसरोवर झील, तिब्बत | गंगा या पद्मा, बांग्लादेश | भारत मे लंबाई 916 किमी (कुल लंबाई 3848 किमी) |
8. | महानदी (Mahanadi) | सिहावा, छत्तीसगढ़ | जगतसिंघपूर, उड़ीसा | 900 |
9. | कावेरी नदी (Kaveri River) | कोडगू, कर्नाटक | बंगाल की खाड़ी | 805 |
10. | ताप्ती नदी (Tapti River) | मुल्ताई, मध्य प्रदेश | अरब सागर | 700 |
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भारत की सबसे लंबी नदी – Bharat ki Sabse Lambi Nadi
1- गंगा नदी (2525 किमी)
गंगा नदी भारत की सबसे लंबी नदी है। गंगा नदी की लंबाई 2525 किलोमीटर है। ब्रह्मपुत्र और सिंधु नदी, गंगा नदी से भी लंबी नदी है। परंतु भारत मे गंगा नदी का विस्तार और दूरी ज्यादा है। ब्रह्मपुत्र और सिंधु नदी का ज्यादा भाग भारत मे नहीं बहता है।
गंगा नदी का उद्गम स्थल हिमालय के गंगोत्री ग्लेशियर से है, जो की भारत के उत्तराखंड राज्य मे पड़ता है। मुख्य रूप से गंगा नदी उत्तराखंड के देवप्रयाग मे भागीरथी और अलकनंदा नदियों के उद्गम से उत्पन्न होती है। गंगा नदी मे पानी के निर्वहन के आधार पर पृथ्वी पर तीसरी सबसे बड़ी नदी है।
हिन्दू मान्यता के अनुसार गंगा भारत की सबसे लंबी नदी के साथ-साथ भारत की सबसे पवित्र नदी है। इसमे कई तरह के सरीसृप जीव पाए जाते है। 100 से अधिक मछलियों की प्रजातियाँ पाई जाती है। गंगा नदी उतराखंड से निकलने के बाद भारत के कुछ औद्योगिक शहरों से होकर गुजरती है। जिसके कारण शाह मे लगे बड़े कल-कारखाने अपना दूषित मल नदी मे छोड़ देते है। जिसके कारण गंगा दूषित हो चली है। इसमी का पानी काम हो गया है। गंगा को साफ और स्वच्छ बनाए रखे यह हमारे पृथ्वी की घरोहर नदियों मे से एक है।
भारत के लोग गंगा नदी को गंगा माता कहकर पुकारते है। भारत के 5 राज्यों से होकर गुजरती है अंत मे बांग्लादेश मे पद्मा नदी के नाम से प्रवेश करके बंगाल के खाड़ी मे जाकर अरब सागर मे मिल जाती है।
2- गोदावरी नदी (1465 किमी)
गोदावरी नदी भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है। परंतु जल प्रवाह हिसाब से गोदावरी नदी भारत की तीसरी सबसे बड़ी नदी है। गोदावरी नदी का उद्गम ब्रह्मगिरी पर्वत, त्र्यंबकेश्वर, नासिक महाराष्ट्र से होती है। महाराष्ट्र से दक्षिण भारत की ओर तेलंगाना और आंध्रप्रदेश राज्य मे बहते हुए बंगाल की खाड़ी मे समाहित हो जाती है। गोदावरी नदी की लंबाई 1465 किलोमीटर है। गोदावरी नदी का बेसिन बहुत बड़ा है।
इसकी सहायक नदियां मिलकर और बड़ा बनाती है। सहायक नदियों मे प्रणहीता, इंद्रावती, मंजीरा, सबरी, पूर्णा, मनेर, प्रवर है। इसमे से मंजीरा नदी की लंबाई 724 किमी है जो इसको सहायक नदियों मे सबसे बड़ी बनती है।
गोदावरी नदी का नाम हिन्दू पुराणों मे देखने को मिलता है। तरह-तरह के वनस्पति व अन्य जीव जन्तु इसके जलधारा मे अपना जीवनयापन करते है। मैनग्रोव के जगल भी गोदावरी डेल्टा मे देखने को मिलता है। गोदावरी नदी पर चर्चित बांध बैराज बांध बनाया गया है।
गोदावरी नदी के ऊपर बड़े हाइड्रो पावर स्टेशन बनाए गए है, जिसकी क्षमता 600 मेगावाट बिजली उत्पन्न करने तक है। इसके अलावा दूसरे ऊर्जा प्रोजेक्ट है जिसमे अधिकतम 1000 मेगावाट तक बिजली को बनाया जाता है। कई तरह के खनिज पदार्थ को गोदावरी के बेसिन मे पाया जाता है जिसमे तेल, गैस, कोयला, चुना पत्थर, मैंगनीजम, तांबा, बक्साइट, ग्रेनाइट, लेटराइट शामिल है।
3- कृष्णा नदी (1400 किमी)
कृष्णा नदी, भारत मे नदी लंबाई के आधार पर तीसरी सबसे लंबी नदी है। परंतु जल प्रपाय के मामले मे कृष्णा नदी देश मे चौथी सबसे बड़ी नदी है, गंगा, गोदावरी और ब्रह्मपुत्र नदियों के बाद। कृष्णा नदी को कृष्णावेनी भी कहा जाता है। कृष्णा नदी की कुल लंबाई 1400 किलोमीटर है।
यह भी गोदावरी नदी के जैसे ही महाराष्ट्र राज्य से निकलती है, परंतु महबलेश्वर पर्वत से उद्गम होती है। महाराष्ट्र राज्य से उद्गम होकर कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश राज्य मे अपनी जल से भूमि को सिंचित करती है। बाद मे अरब सागर के बंगाल की खाड़ी मे समाहित हो जाती है।
कृष्णा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी तुंगभद्रा नदी है। लेकिन सबसे लंबी सहायक नदी भीमा नदी है। कृष्णा नदी के निकट कई तरह के जीव-जन्तु अपना जीवन यापन करते है। लाखों की संख्या मे प्रवासी पक्षियों यहाँ आते है। कई टाइगर रिजर्व और कई वन्यजीव उद्यान फलते फूलते है। कृष्णा नदी मे बाढ़ से भी लोग प्रभावित रहते है। कृष्णा नदी बेसिन पर प्रदूषण भी बढ़ गया है। नदी के किनारे ज्यादा के संख्या मे लोग रहने के कारण प्रदूषण मे इजाफा हुआ है।
4- यमुना नदी (1376 किमी)
यमुना नदी, गंगा नदी की सबसे लंबी सहायक नदी है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले मे बंदरपूँछ छोटी पर यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है। यमुना नदी की लंबाई 1376 किलोमीटर है। यमुना नदी गंगा नदी से निकलती है और उत्तर प्रदेश के शहर प्रयागराज (इलाहाबाद) मे आकर त्रिवेणी संगम मे फिर से गंगा मे समय जाती है।
हिंडन, शारदा, ऋषिगङ्गा, हनुमान गंगा, ससुर, चम्बल, बेतवा, कें, सिंध और टोंस नदियां यमुना नदी की सहायक नदियां है। उत्तराखंड, हिमांचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के राज्यों मे बहती है। यमुना नदी को पुराणों और इतिहासों मे पढ़ने को मिलता है। हिन्दू पुराण मे यमुना नदी को माता का दर्जा दिया गया है। यमुना नदी उत्तर प्रदेश के जिले आगरा, इटावा, जालौन, सहारनपुर और प्रयागराज मे बहती है।
5- नर्मदा नदी (1312 किमी)
नर्मदा नदी को रेवा नदी के नाम से भी जाना जाता है। नर्मदा नदी भारत की पाँचवी सबसे लंबी नदी है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश राज्य की सबसे बड़ी नदी है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक पठार के विंध्याचल पर्वत से निकलती है।
नर्मदा नदी मध्य प्रदेश से निकलकर गुजरात राज्य मे जाकर खंभात की खाड़ी अरब सागर मे मिल जाती है। नर्मदा कुंडी एक छोटा जलाशय है। यह जलाशय नर्मदा नदी से बनी है। नर्मदा एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ खुशी का दाता होता है। भारत की यह एक ऐसे नदी है जो सभी नदियों के विपरीत मे बहती है। पूर्व दिशा से पश्चिम दिशा के तरफ।
नर्मदा नदी के किनारे कई तरह जीव अभ्यारण मौजूद है। इसके साथ कई पवित्र स्थान भी मौजूद है। नर्मदा नदी के बेसिन मे सबसे ज्यादा संगमरमर के पत्थर मिलते है। नर्मदा नदी के बेसिन पर ही सतपुड़ा पर्वत भी फैला हुआ है।
नर्मदा नदी हिंदुओं के सात सबसे पवित्र नदियों मे से एक है। अन्य पवित्र नदियां गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु और कावेरी है।
6- सिंधु नदी (भारत मे 1114 किमी, कुल लंबाई 3180 किमी)
सिंधु नदी या इंडस रिवर के किनारे ही सिंधु घाटी सभ्यता पनपी थी। सिंधु नदी की कुल लंबाई 3180 किमी है परंतु यह भारत मे सिर्फ 1114 किमी ही बहती है। Indus नदी का उद्गम हिमालय के मानसरोवर झील से होता है यह क्षेत्र तिब्बत मे पड़ता है। यही से होकर कश्मीर और लद्दाख और गिलगित बाल्टीस्तान से होकर पाकिस्तान मे प्रवेश करती है। पाकिस्तान मे इसका जलश्रोत ज्यादा है। कराची के पास अरब सागर मे मिल जाती है। सिंधु नदी की पाँच प्रमुख नदियां है चिनाब, झेलम, रावी, ब्यास और सतलुज जिसका ज्यादा जल भारत मे आता है। सिंधु नदी का सबसे बड़ा फायदा पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था को जाता है।
भारी मात्रा मे मछलियाँ पाई जाती है। पाकिस्तान मे कृषि संसाधन का मुख्य श्रोत सिंधु नदी से आता है। इसके साथ पीने योग्य पानी भी इसी नदी से आता है। आज से 3300 ईसा पूर्व सिंधु नदी के किनारे ही सिंधु घाटी सभ्यता और मोहेनजोदारों की सभ्यता का उल्लेख मिलता है।
सिंधु नदी का उल्लेख ऋग्वेद से सिंधु सभ्यता से भारत के विभिन्न वंशों के किताबों मे लिखित है। यहाँ पर प्रवासी पक्षी, बड़े जानवर और डाल्फिन जैसे मछलियाँ निवास करती थी। मानव के हस्तक्षेप से इसमे बहुत बड़ा बदलाव आया और जानवर भाग गए।
इसी नदी से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने आधुनिक सिचाई का कार्य शुरू किया था। नदी के ऊपर कई तरह के बैराज बने हुए जो आम जन जीवन को ऊर्जा प्रदान करते है।
7- ब्रह्मपुत्र नदी (भारत मे लंबाई 916 किमी, कुल लंबाई 3880 किमी)
तिब्बत के अंगसी ग्लेशियर से मानसरोवर झील से निकलकर भारत, बांग्लादेश और चीन के बड़े भूभाग को सिंचित करते हुए गंगा नदी के डेल्टा मे मिल जाती है। ब्रह्मपुत्र नदी पानी के प्रवाह से दुनिया की 9 वीं सबसे बड़ी नदी है, और दुनिया की 15 वीं सबसे लंबी नदी है। ब्रह्मपुत्र मे हर साल जल स्तर बढ़ने से विनाशकारी बाढ़ आता है।
ब्रह्मपुत्र नदी मे ज्वारिय भाटा जैसे उफान भी देखने को मिलता है। ब्रह्मपुत्र नदी कैलाश पर्वत के क्षेत्र से निकलती हुई अरुणाचल प्रदेश मे एक बड़े भाव के साथ प्रवेश करती है, फिर असम राज्य से होकर दिहंग पहाड़ों से निकलते हुए डिब्रूगढ़ और लखीमपुर जिले मे दो चैनलों मे विभाजित हो जाती है। एक चैनल उत्तरी खेरकुटिया चैनल और दक्षिणी ब्रह्मपुत्र चैनल। दोनों चैनल 100 किमी आगे चलकर आपस मे जुड़ जाते है। जिससे माजुली द्वीप बनता है। ‘माजुली द्वीप’ नदी द्वीप मे दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है। फिर गुवाहाटी शिलॉन्ग पठार से चलकर सकरी हो जाती है।
यही पर 1671 मे मुगल साम्राज्य और क्षोम साम्राज्य के बीच लड़ाई हुई थी। यही से भारत के पड़ोसी देश की ओर रुख कर लेती है। यहाँ ब्रह्मपुत्र नदी तीस्ता नदी से जुड़ती है, तीस्ता इसकी सबसे बड़ी सहायक नदियों मे से एक है। आगे चलकर ब्रह्मपुत्र नदी फिर दो भागों मे बट जाती है। पश्चिमी शाखा पद्मा मे मिलती है। पूर्वी शाखा या पुरानी ब्रह्मपुत्र कहलाती है। यह भी आगे चलकर मेघना नदी मे मिल जाती है। मेघना नदी और पद्मा नदी आपस मे मिलकर बंगाल के खाड़ी मे गिरते है।
8- महानदी (900 किमी)
महानदी पूर्वी मध्य भारत की सबसे प्रमुख नदी है। इसकी कुल लंबाई 900 किलोमीटर है। हीराकुंड बांध महानदी पर ही बनाया गया है इसी बांध के वजह से भी महानदी चर्चित रहती है। महानदी को मौसमी नदी कहना गलत नहीं होगा क्योंकि बारिश के मौसम मे उफान पर रहती है । तभी इसकी जल धारा बढ़ती है।
महानदी का उद्गम छत्तीसगढ़ राज्य के सिहावा स्थान से होता है। फाल्स पॉइंट, जगतसिंहपूर डेल्टा उड़ीसा मे विलय हो जाती है। महानदी उड़ीसा के क्षेत्रों को काफी उपजाऊ बनती है। क्योंकि बाकी नदियों से यह बहुत धीमी गति से बहती है और ज्यादा मात्रा मे गाद जमा करती है। कटक और संभलपुर शहर प्राचीन दुनिया मे प्रमुख व्यापारिक स्थान थे।
महानदी को चारों युगों मे अलग – अलग नामों से बुलाया जाता है।
प्राचीन काल समय मे कंकनंदिनी
द्वापर युग मे चित्रोत्पला
त्रेता युग मे नीलोंत्पला
महाभारत काल मे महानंदा
कलियुग मे महानदी या महाश्वेता
9- कावेरी नदी (805 किमी)
कावेरी नदी भारत की 9वी सबसे लंबी अन्तर्देशीय नदी है। कावेरी नदी कर्नाटक के कोडागु जिले से तालकावेरी नामक स्थान से उत्पन्न होती है। यह स्थान हिंदुओं के लिए पवित्र स्थान है। तालकावेरी कर्नाटक राज्य के कुर्ग जिले के ब्रह्मगिरी पहाड़ियों पर स्थित है। कावेरी नदी कर्नाटक राज्य से तमिलनाडु राज्य से होकर बंगाल के खाड़ी मे समाहित हो जाती है।
कुल 805 किलोमीटर की दूरी तय करती है। दक्कन का पठार इसी नदी के रास्ते मे पड़ता है। हरांगी नदी, हेमावती नदी, लक्ष्मण नदी, अमरावती नदी आदि नदियां इसकी प्रमुख नदियां है। सिंचाई के लिहाज से यह नदी काफी उपयोगी है। पानी, घरेलू खपत, बिजली का उत्पादन भी इस नदी से होता है।
10- ताप्ती नदी (700 किमी)
ताप्ती नदी भारत की 10वी सबसे लंबी नदी है। ताप्ती उन तीन नदियों मे से एक है जो प्रयद्वीपीय भारत से निकलती है और पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है। यह महाराष्ट्र के बेतुल जिले के सतपुड़ा रेंज से निकलती है। और खंभात के खाड़ी (अरब सागर) मे समाहित हो जाती है। ताप्ती नदी पर प्रकाश बैराज बनाया गया है। ताप्ती नदी की सहायक नदियां पूर्णा नदी, गिरना नदी, गोमई नदी, पंजारा नदी, अर्ना नदी और पेधी नदी है।
निष्कर्ष
दोस्तों, भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है के आर्टिकल मे हमने भारत के 10 सबसे लंबी नदियों के बारे जाना। यह नदियां भारत मे कितना बहती है उसके हिसाब से इंगित किया गया है। दूसरी नदियां जैसे ब्रह्मपुत्र नदी, सिंधु नदी भारत के गंगा नदी से भी बड़ी है परंतु उद्गम स्थल भारत मे नहीं है। और ज्यादा भारत मे अपने जल का प्रवाह नहीं करती है। इसलिए गंगा को भारत की सबसे लंबी नदी होने का दर्जा प्राप्त है।
FAQs
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